Shardiya Navratri 2024 First Day: शारदीय नवरात्रि आज से शुरू हो चुके हैं। पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा होती है।
Highlights
- पहले दिन होगी मां शैलपुत्री की पूजा
- पर्वतराज हिमालय की पुत्री है मां शैलपुत्री
- मां को सफेद, पीले और लाल फूल चढ़ाएं
- पूजा में पांच देसी घी के दीपक भी जलाएं
Shardiya Navratri 2024 First Day: आज यानी 2 अक्टूबर 2024 से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका है। पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। घटस्थापना के बाद मां शैलपुत्री की पूजा का खास महत्व होता है। हिमालय और पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण माता पार्वती को शैलपुत्री कहा जाता है।
(Courtesy-Freepik)
Shardiya Navratri 2024 First Day
पहले नवरात्रि के दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। माता शैलपुत्री मां पार्वती का रूप हैं। पार्वती मां भगवान शंकर की पत्नी हैं और उनका वाहन वृषभ यानी बैल है, इसलिए उन्हें वृषभारूढ़ा भी कहा जाता है। मान्यता है कि जो कोई भी सच्चे मन और विधि-विधान से मां शैलपुत्री की पूजा करता है, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। साथ ही भक्तों को हर तरह के कष्ट से मुक्ति मिलती है।
(Courtesy-Freepik)
माता शैलपुत्री का स्वरूप
मां शैलपुत्री बेहद शांत, सरल, सुशील और दयालु हैं। माता के दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल विराजमान है। वह नमदी नामक बैल पर विराजमान हैं। मां समस्त वन्य जीव जंतुओं की भी रक्षक हैं। वह रूप व दया की मूर्ती हैं।
(ये भी पढ़ें- Navratri Ghatasthapana 2024: अक्टूबर में आरंभ होंगे शारदीय नवरात्रि, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त)
ऐसे करें मां शैलपुत्री की पूजा
1- शैलपुत्री की पूजा के बारे में देवी भागवत पुराण में विस्तार से बताया गया है। सुबह जल्दी उठकर. साफ कपड़े पहनकर, माता की मुर्ति स्थापित की जाती है और उसके बाद मां पूजा की जाती है।
View this post on Instagram
(Courtesy-Instagram)
2- शारदीय नवरात्रि के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें। इसके बाद एक चौकी पर गंगाजस छिड़ककर उसे शुद्ध करें। फिर उसपर मां दुर्गा, काली और सरस्वती की मूर्ती या तस्वीर स्थापित करें। इसके बाद कलश स्थापना करें।
3- घटस्थापना के बाद मां शैलपुत्री के ध्यान मंत्र का जाप करें और व्रत का संकल्प लें।
4- मां को कुमकुम अर्पित करें। फिर सफेद, पीले और लाल फूल मां को चढ़ाएं। माता के सामने धूप और दीप जलाएं। साथ ही माता के आग पांच देसी घी के दीपक भी जलाएं। माता के सामने धूप और दीप भी जलाएं। इसके बाद माता शैलपुत्री की आरती उतारें।
(Courtesy-Freepik)
5- फिर माता की कथा, दुर्गा चालिसा, दुर्गा स्तुती या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। परिवार के साथ माता के जयकारे लगाएं। अंत में माता को भोग लगाएं और पूजा संपन्न करें।
Shardiya Navratri 2024 First Day की पूजा के बारे में आपको ये जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट कर जरूर बताएं। साथ ही हमारे ऑफिशिल सोशल मीडिया अकाउंट्स (Insta) और (Twitter) को फॉलो करना ना भूलें।